
मुश्किल है : उसका मुझ से अलग हो पाना
फ़ासले यह तय नहीं कर सकते
ना तुम तय कर सकते हो
और ना मैं तय कर सकती हूँ
ये जुड़ाव : सिर्फ समय के साथ बिताये दिनों का नहीं
ये उससे कहीं ज़्यादा गहरा और रूमानी हैं ....
कितना कोशिश कर ले हम दोनों
इससे दूर जाने की ,इससे भागने की
मुश्किल है : दूर हो पाना
और ये भागना ही तय कर रहा है....
इससे हमारी नज़दीकी....
- ताहिबा
badhiya hai...
ReplyDeleteकविता पूरी करो!
ReplyDeletejitne door utne paas
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